लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद जब ऐसा लगने लगा था कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच लड़ाई खत्म हो सकती है. लेकिन दोनों के बीच जारी मनमुटाव के बीच समाजवादी पार्टी ने दलबदल विरोधी कानून के आधार पर शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका लगाई है.
अखिलेश और शिवपाल के बीच लंबे चले संघर्ष के बाद चाचा शिवपाल पिछले साल समाजवादी पार्टी से अलग हो गए और उन्होंने 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी' नाम से अपनी नई पार्टी बना ली. उनकी नई पार्टी 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी' ने पिछला लोकसभा चुनाव में हिस्सा भी लिया, लेकिन उसे कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई. लोकसभा चुनाव में शिवपाल खुद भी मैदान में उतरे लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा.