लखनऊ शहर के पुराने इलाके में जारी है अवैध निर्माण का सिलसिला


 लखनऊ विकास प्राधिकरण की कारगुजारीओं के शिकार केवल कुंडरी रकाबगंज के 78 वर्षीय बुजुर्ग राम कुमार अवस्थी ही नहीं है, बल्कि इस जोन 7 के कई ऐसे पीड़ित परिवार हैं  जहाँ बिल्डरों ने प्राधिकरण की सह पर इनकी नाक में दम कर रखा है।
वह जाएं तो जाएं कहां, अवैध निर्माण की शिकायत करते हैं पुलिस से तो सुनने को मिलता है कि यह विकास प्राधिकरण का मामला है वहां जाइए। अब सब वहां तक जा ही नहीं पाते और नियत को अपना भाग्य मान कर चुपचाप बैठ जाते हैं सीने पर पत्थर रखकर। कुछ लोग विकास प्राधिकरण तक जाते हैं तो जिम्मेदारों से कार्रवाई का वास्ता लेकर बैरंग वापस आ जाते हैं। और आंखें इस आस में बिछाए बैठे रहते हैं कि अब कोई कार्रवाई होगी और अवैध निर्माण रोका जाएगा। पर निर्माण चलता रहता है और शुरु होती है कागजी कार्यवाही। और कार्रवाई का खेल ऐसा कि जिसमें जिम्मेदार अपनी गर्दन व कलम बचा सके। शिकायतकर्ता को न्याय मिले इसकी परवाह किसको। और शुरू होता है अवस्थी जी की कही बात का सिलसिला की जिम्मेदार आते हैं चाय पानी होता है और फिर खानापूर्ति।पर निर्माण कार्य तो जारी ही रहता है।
इस इलाके के ही एक दूसरे भुक्तभोगी हैं सुरेश गुप्ता। बिल्कुल राम कुमार अवस्थी की तरह ही बिल्डर ने 249/68 नाला बेगमगंज, यहियागंज में इनके मकान से सटाकर तलघर खोद दिया, अवस्थी जी की तो केवल नींव ही हिली थी,इनका तो नींव के साथ-साथ बरामदा ही धस गया। दो मंजिला पुराना मकान जिसमें तीन परिवारों की जान का खतरा। लेकिन जिम्मेदारों की आत्मा इनको झकझोरती तक नहीं कि खुदा न खास्ता मकान गिर ही गया गया तो कितने मरेंगे, बच्चे भी महिलाएं भी। लेकिन इनको इससे क्या वास्ता। इनकी तो मंसा यह है कि बिल्डर का कार्य चलता रहे बिल्डिंग बना ले और बाद में बिल्डर निर्माण को नियमित करा ही लेगा। बस खेल खत्म सब कुछ चंगा।

भुक्तभोगी सुरेश गुप्ता पिछले दो माह से पुलिस से लेकर एलडीए तक की दौड़ लगा रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को फोन पर सूचित भी कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार सिर्फ अपनी कलम व नौकरी का तकनीकी पक्ष को मजबूत करने की कार्रवाई कर रहे हैं और बिल्डर निर्माण की कार्रवाई।
सुरेश गुप्ता भी अपनी पीड़ा को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण के जे ई,एक्स ईएन, सचिव, विहित अधिकारी तक गुहार लगा रहे हैं, अब देखना है कि इनको न्याय मिल पाता है कि नहीं।
            वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण के संबंधित जोन के अभियंताओं का कहना है कि अवैध निर्माण का मामला संज्ञान में आया है संबंधित के खिलाफ उचित धाराओं में कार्रवाई करते हुए निर्माण रोके जाने हेतु स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई है तथा शीघ्र ही निर्माण केे सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।