हमारे आपके पैसे से मोदीजी अपनी छवि चमकाने के लिये विदेशों के राजनेताओं और उनके परिवारों को जो मंहगे मंहगे गिफ़्ट सौंपते हैं उसकी जानकारी वे हमें आपको नहीं देना चाहते । एक RTI में यह पूछने पर कि क्या वे बताएँगे कि उन्होंने अमरीका के राष्ट्रपति बाइडेन की पत्नी को क़रीब बीस हज़ार डॉलर मूल्य का जो हीरा भेंट किया था वह कितने मूल्य का था, जवाब मिला कि इस बारे में कुछ बताने से राष्ट्रीय हित प्रभावित हो सकते हैं!
लेकिन भारत के विपरीत लोकतांत्रिक अमरीका में वहाँ के राष्ट्रपति के कार्यालय ने विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों द्वारा बाइडेन और उनके परिवार को मिली हर गिफ़्ट का विवरण सार्वजनिक कर दिया, जिसमें मोदीजी द्वारा दी गई गिफ़्ट भी शामिल है । हालाँकि मोदीजी ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को भी उनके कार्यकाल में आधिकारिक रूप से कुछ देने की जगह निजी रूप में अनेक बहुमूल्य गिफ़्ट्स दी थीं, अमेरिकी मीडिया के अनुसार यह क़रीब पचास हज़ार डॉलर से अधिक की थीं , इनका ब्योरा नहीं मिल सका है ।
भारत में मोदीजी के नेतृत्व वाले लोकतंत्र और पश्चिमी देशों में अमल में जो लोकतंत्र है उसमें यही अंतर है । यहाँ हर बात राष्ट्रहित के नाम पर छिपाई जाती है और वहाँ हर बात राष्ट्रहित में अवाम को बताई जाती है ।